मुझको हर खुशी देने का वादा किया जेब खाली होते ही लापता हो गई कुछ प्रश्न का उत्तर लेने को ढूंढता हूं इधर उधर मोहब्बत में जिसे सब कुछ दे दिया फिर क्यों मुझसे बेवफा हो गई उसकी रफ्तार इतनी ज्यादा रही आगे निकलने को मैं सोचता रहा पीछे छूट जाने में क्या कमी रह गई इसका अंदाजा मुझको अब हो गया है
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