वह रोज तकरार करती है जवाब देना मुश्किल हो जाता है ऐसे ऐसे सवाल करती है शक के दायरे में रखती है हर पल हर घड़ी दिल में झांककर नहीं देखती मेरा दिल पवित्र है
सफलता की सीढ़ियों को चढ़ना आसान नहीं होता जो मुश्किल भरी राहों से गुजर जाने का विश्वास रखते हैं सिर्फ वही मंजिल तक पहुंच पाते हैं कुछ वक्त और ठहर जाते हैं हो सकता था दिल की बात हो जाती दोनों के चाहतों का खुलासा हो जाता मन की कुछ बातों का इजहार करना है मेरे दिल में ना कोई प्यास रह जाती वह इशारों को मेरे समझते हैं फिर भी उनकी अनजान बनने की आदत है मुझको ऐसी लत लग गई है उनकी इबादत करने को मेरी आदत है इश्क में किसी को ज्यादा सताना अच्छा नहीं होता इतना तकलीफ ना दो कोई दूर हो जाए और तुम से नफरत करने लगे