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दरिया के उस पार निकलने को

दरिया के उस पार निकलने को जिसके लिए हमने पुल बनाया आज वही लोग मेरे रास्ते में गड्ढा खोद दिए हैं


हो सकता है वर्तमान समय में किसी की बातें सही ना लग रही हो आपकी सोच में दोष हो सकता है विचार गहराई से करें सामने वाले की बातों में हकीकत हो सकता है

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सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ना आसान नहीं होता

सफलता की सीढ़ियों को चढ़ना आसान नहीं होता जो मुश्किल भरी राहों से गुजर जाने का विश्वास रखते हैं सिर्फ वही मंजिल तक पहुंच पाते हैं कुछ वक्त और ठहर जाते हैं हो सकता था दिल की बात हो जाती दोनों के चाहतों का खुलासा हो जाता मन की कुछ बातों का इजहार करना है मेरे दिल में ना कोई प्यास रह जाती वह इशारों को मेरे समझते हैं फिर भी उनकी अनजान बनने की आदत है मुझको ऐसी लत लग गई है उनकी इबादत करने को मेरी आदत है इश्क में किसी को ज्यादा सताना अच्छा नहीं होता इतना तकलीफ ना दो कोई दूर हो जाए और तुम से नफरत करने लगे

मुझको हर खुशी देने का वादा किया

मुझको हर खुशी देने का वादा किया जेब खाली होते ही लापता हो गई कुछ प्रश्न का उत्तर लेने को ढूंढता हूं इधर उधर मोहब्बत में जिसे सब कुछ दे दिया फिर क्यों मुझसे बेवफा हो गई उसकी रफ्तार इतनी ज्यादा रही आगे निकलने को मैं सोचता रहा पीछे छूट जाने में क्या कमी रह गई इसका अंदाजा मुझको अब हो गया है

वह मुझे सताने का तरीका ढूंढ लेती है

वह मुझे सताने का तरीका ढूंढ लेती है खामोश सिर्फ इसलिए रहता हूं परिवार संभालना अपनी जिम्मेदारी है  कभी कभी ऐसा महसूस होता है जैसे इंसानियत समाज से खत्म हो चुकी हो पुनः कुछ अच्छे और नेक लोगों से मिलकर पता चलता है इंसानियत समाज में जिंदा है चाहत की दीवारों को मजबूती से बनाना ताकि उम्र भर साथ दे क्या पता भूकंप आए और सारी मेहनत पर पानी फिर जाए  चेहरे की सुंदरता के पीछे भागने वालों से गुजारिश है मन की सुंदरता भी नाप लेना चाहिए क्या पता बाद में पछताना पड़े