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सितंबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ज़िंदगी गुज़र गयी सुख का तलास करते करते

1.ज़िंदगी गुज़र गयी सुख का तलास करते करते ऐसा लगता रहा अगले मोड़ पर ज़िंदगी सवर जाएगी आज सोचा ठहर कर जियेंगे जी भर करके ज़िंदगी अपने आस पास महसूस कर के देखो ज़िंदगी बदल जाएगी 2. कोई भूल मुझसे हुई हो तो माफ कर दो सिर्फ प्यार मुझसे करती हो यह साफ कर दो उलझा कर रखती हो मैं समझ नहीं पाता हूं तुम्हारे दिल की हकीकत क्या है आज मेरे चाहतों का हिसाब कर दो

जिंदगी का हर दर्द हमको मिला

जिंदगी का हर दर्द हमको मिला मेरे कर्म ऐसे हैं या फिर मेरी किस्मत ऐसी है जख्मों को झेलने की मुझमें हिम्मत नहीं सहारा किसी का मिले तो जिंदगी बदल जाये 

जिसका मुझे इंतजार था

जिसका मुझे इंतजार था वो मिलन की घड़ी आज है  कसमोंकश मे मेरा दिल कैसे इजहार करू या बिना कुछ कहे उनको बाहों में भर ले जी भर के आज उनसे प्यार कर लें 

उन्होंने हमको देखा कुछ इस तरह

उन्होंने हमको देखा कुछ इस तरह  दिल बहकने लगा मन ये कहने लगा  बना लो हमसफ़र ज़िंदगी आराम काट जाएगी  क्या पता ऐसा सुनहरा मौका फिर मिले न मिले

तुम साथ नहीं देते तो किनारा नहीं मिलता

तुम साथ नहीं देते तो किनारा नहीं मिलता  इस ज़माने में कोई वज़ूद हमारा नहीं मिलता  आज जो भी कुछ हूँ तेरे प्यार से हूँ  मेरी नसीब अच्छी  है आप  के जैसा इंसान सबको नहीं मिलता

तेरे प्यार से ज़िंदगी यूं ही चलती रहे

1.तेरे प्यार से ज़िंदगी यूं ही चलती रहे तुझसे  होकर मेरी निगाहे हर वक्त फिसलती चाहतों का सिलसिला कभी रुकने  न देना मुस्कुराते हुए जैसे गुज़र रही है ज़िंदगी बस यूं ही गुज़रती रहे 2. वह हिसाब लेती है मैं कितना कमाता हूं उसको कितना देता हूं और खुद पर कितना उड़ाता हूं झाड़ लेती है एक-एक पैसे को पूछो मत यारों उसके डर से अलग कितना छुपाता हूं